मजबूत रिश्ते चीजो के, लेन -देन से नहीं सच्ची, वे शुभ भावनाओं के, लेन -देन से बनते है, ओम शांति |
जो स्वयं मीठे है दिल के सच्चे है ,उन्ही की मीठी आवाज़ बाबा तक पहुँचती है |